आज के समय में, जब बच्चे मोबाइल और डिजिटल उपकरणों में अधिक समय व्यतीत कर रहे हैं। ऐसे में शारीरिक गतिविधियों की भूमिका और अधिक महत्वपूर्ण हो गई है। शारीरिक शिक्षक न केवल खेल-कूद सिखाते हैं, बल्कि छात्रों को फिटनेस और स्वास्थ्य का ज्ञान देते हैं। इस पद के हटने से इस जागरूकता में कमी आना निश्चित है। अभी भी अधिकतर स्कूल परीक्षा और होमवर्क के दबाव में खेल के समय को सीमित कर देते हैं। शारीरिक शिक्षक के न होने से जो थोड़ा बहुत शारीरिक गतिविधियाँ या खेल-कूद स्कूलों में होते हैं, वह भी समाप्त हो जायेंगे।यदि शारीरिक शिक्षक के पदों को समाप्त करने का कारण वित्तीय बाधाएँ हैं, तो यह सोचने की आवश्यकता है कि क्या हम बच्चों के स्वास्थ्य और समग्र विकास को वित्तीय बचत पर प्राथमिकता दे सकते हैं? शिक्षा का उद्देश्य केवल अकादमिक उपलब्धियाँ नहीं, बल्कि बच्चों का समग्र विकास होना चाहिए। स्कूलों में शारीरिक […]