प्रायश्चित

कुछ दिनों पहले उत्तरवन के एक जनपद में शिक्षक सम्मेलन हुआ। मिंटू खरगोश भी उत्तरवन का शिक्षक होने के नाते इस सम्मेलन में सम्मिलित होने गया था।….मुख्य अथिति माननीय सांसद पतलू हाथी जी थे। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा उत्तरवन के शिक्षकों के पास अब गाड़ी है, वह बड़े-बड़े होटलों में रुके हैं, उनका वेतन बहुत बढ़ गया है।मिंटू खरगोश को यह सच्चाई सुन बहुत ग्लानि हुयी। क्योंकि वह भी होटल में रुका था। उसका मन किया कि होटल को छोड़कर, सड़क के किनारे कहीं किसी दुकान के अहाते में लेट जाऊं या सड़क में खड़ी किसी गाड़ी के नीचे लेट जाता हूँ। पर ठंड इतनी थी कि हिम्मत नहीं हुयी कि ऐसा किया जा सके। मिंटू खरगोश ने मन ही मन भगवान से और सांसद जी से माफ़ी मांगी। तुच्छ प्राणि और ऊपर से शिक्षक होना, उसे और अपराध बोध करवा रहा था। एक शिक्षक जिसको भिक्षा मांगकर कर […]

चुनाव होने से संघ मजबूत होगा न कि कमजोर…

आज कल संघ के संविधान का कुछ ज्यादा ही अध्ययन किया जा रहा है। मेरी राय में यह संघ के लिए ख़ुशी की बात है। लोगों को पता तो चला कि संघ का कोई संविधान भी होता है।